उत्तराखण्ड

अतिक्रमण हटाने के विरोध में नगला बाजार बंद, नुक्कड़ बैठक जारी

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बुधवार को अतिक्रमण हटाने के विरोध में किच्छा हल्द्वानी मुख्य हाईवे पर आनंदपुर मोड़ से नगला बाईपास तक सड़क के दोनों ओर करीब छ: किलोमीटर दायरे में फैला नगला गोलगेट का बाजार पूरी तरह से बंद रहा। वहीं इस दौरान बुधवार को अतिक्रमण की जद में आ रहे व्यापारियों व ग्रामीणों की नैनीताल हाईकोर्ट से आने वाले अंतिम फैसले के इंतजार में जगह-जगह नुक्कड़ बैठकों का दौर जारी रहा। जिला प्रशासन ने नगला गोलगेट में करीब 50 साल से काबिज लोगों की भूमि को लोक निर्माण विभाग की जगह बताते हुए ग्रामीणों एवं व्यापारियों को आगामी 11 अक्टूबर तक स्वयं अवैध निर्माण डहाने का अल्टीमेट दिया है। जिससे यहां के व्यापारी व ग्रामीण बहुत अधिक आक्रोसित व भयभीत हैं। जिसका खौफ बुधवार को अपने-अपने प्रतिष्ठान बंद कर सड़कों व गली मोहल्लों में बैठे व्यापारियों के चेहरों में साफ झलक रहा था। सबके जुबान पर बस एक ही बात बार-बार आ रही थी की सरकार ने उन्हें बीते 50 वर्षों से सभी को राजस्व गांव की तर्ज पर सरकारी सुख सुविधायें देकर धोखे में रखा और अब अचानक से अपने सालों की खून पशीने की कमाई से बनाये आशियानों को डहाने का बेतुका अल्टीमेटम दे रही है। इस दौरान महेन्द्र बालमीकि, सुनील रोहेला, मंजू पाठक आदि ने जगह-जगह व्यापारियों के साथ नुक्कड़ बैठकें कर उन्हें धीरज बंधाया।

उन्होंने कहा कि सरकार को जितनी सड़क चाहिए थी वह उन्होंने पहले ही खाली करके दे दी है और अधिक जरूरत पड़ेगी तो भी देने के लिए तैयार हैं। कहा कि व्यापारियों को न सरकार उजाड़ना चाहती है और ना ही कोर्ट, परंतु अपने ही समाज से कुछ बिभीषण है। जो पीआईएल लगाकर नगला की भेली-भाली जनता को उजाड़ देना चाहते हैं। इस दौरान बाबूलाल, पन्नालाल, राजेन्द्र अग्रवाल, सचिन अग्रवाल, शतीश अग्रवाल, मुकेश वर्मा, धीरज वर्मा, प्रमोद बिष्ट, संजू बिष्ट, संजय शुक्ला, हरीश पाण्डे, केशर बिष्ट, त्रिलोकी, सुरेश वर्मा, रियासत अली, शौकत, कुन्दन बिष्ट, प्रमोद बिष्ट, जग्गू बिष्ट, विमला रावत, गीता जोशी, दीपा बिष्ट, संतोश दूबे, गीता, गंगा, किरन शर्मा, हेमा जोशी, विमला पाठक, लीला, भावना बोरा, देवकी देवी मौजूद रहे।