उत्तराखण्ड

नगला अतिक्रमण मामले में आंदोलन कार्यों ने की बाजार बंद

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नगला अतिक्रमण मामले में जिला प्रशासन की ध्वस्तीकरण कार्रवाई से आशंकित नगला के व्यापारी और ग्रामीण पिछले सात दिनों से सड़क किनारे लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। बुधवार को नगला के व्यापारियों ने विरोध में अपनी-अपनी दुकानें बंद रखकर ग्रामीणों के साथ धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान आंदोलनकारियों ने वहां मौजूद पेट्रोल पंप को भी बंद कर दिया है। आंदोलनकारियों का नेतृत्व कर रहे भाजपा नेता महेंद्र बाल्मीकि ने कहा कि नगला अतिक्रमण मामले में नगला वाशियों के साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ वह अपने सभी प्रतिष्ठान आगामी तीन दिनों तक बंद रखेंगे।

उन्होंने कहा कि नगला वासी पिछले 50 वर्षों से यहां पर अपने छोटे-छोटे रोजगार चला कर जीवन यापन कर रहे हैं। जिन्हें कुछ लोग सजिशन नैनीताल हाईकोर्ट में पीआईएल लगाकर उन्हें उजाड़ने की साजिश रच रहे हैं। जो की एक जन विरोधी कदम है और ऐसे लोगों को किसी भी सूरत में माफ नहीं किया जाएगा। इस दौरान बुधवार को सातवें दिन नगला बचाओ अभियान के बैनर तले अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन कर रहे नगला के व्यापारी व ग्रामीण दिनभर कड़ी धूप के बावजूद धरने पर बैठे रहे। इधर जैसे-जैसे कोर्ट के फैसले की तारीख नजदीक आती जा रही है आंदोलनकारियों में दोगुना उत्साह बढ़ता जा रहा है आंदोलनकारियों को उम्मीद है कि 12 तारीख को नैनीताल हाई कोर्ट का फैसला हर हाल में उनके पक्ष में आएगा। नगला में संपूर्ण बाजार बुधवार क बंद करने वालों में महेंद्र बाल्मीकि, सोनाली दूबे, दीपा बिष्ट, राजवती, नीलम, शारदा गुप्ता, पुष्पा, ईश्वरी देवी, विदेशी प्रसाद, सतीश अग्रवाल, जबर खान, धनोज, विमला रावत, बाबूलाल, पन्नालाल, राजेन्द्र अग्रवाल, सचिन अग्रवाल, शतीश अग्रवाल, मुकेश वर्मा, धीरज वर्मा, प्रमोद बिष्ट, संजू बिष्ट, संजय शुक्ला, हरीश पाण्डे, केशर बिष्ट, त्रिलोकी, सुरेश वर्मा, रियासत अली, शौकत, कुन्दन बिष्ट, प्रमोद बिष्ट, जग्गू बिष्ट, संतोश दूबे व त्रिलोकी समेत सैकड़ो की संख्या में महिलाएं पुरुष एवं बच्चे आदि मौजूद रहे।