उत्तराखण्ड

नगला अतिक्रमण में जेसीबी गरजी, ग्रामीणों व व्यापारियों में आक्रोश

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चौथे दिन भी जारी रहा नगलावासियों का धरना-प्रदर्शन

नगला में रविवार को 11 बजे वन विभाग की टीम ने तीन अलग-अलग स्थानों पर अवैध अतिक्रमण जेसीबी से ध्वस्त कर दिया। मौके पर मौजूद ग्रामीणों व व्यापारियों में आक्रोष फैल गया। जिसके बाद वन क्षेत्राधिकारी रूपनारायण गौतम के काफी देर समझाने के बाद शांत हुए। रविवार को नगला-गोलगेट, शांतिपुरी गेट व नगला बाईपास अवैध अतिक्रमण मामले में बीते चार दिनों से जारी नगला बचाओ अभियान के बैनर तले चल रहे अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन को पूर्व विधायक राजेश शुक्ला संबोधित कर ही रहे थे। तभी अचानक वन विभाग की टीम दलबल के साथ जेसीबी लेकर अवैध अतिक्रमण हटाने के लिए वहां पहुंच गई। जैसे ही वन‌ विभाग टीम ने अलग-अलग स्थानों पर चिन्हित तीन प्लाटों पर अवैध अतिक्रमण को ध्वस्त करने की कार्यवाही आरंभ किया तो इसके विरोध में वहां पर मौजूद भाजपा नेता महेन्द्र बाल्मीकि अपने साथी ग्रामीणों के साथ अतिक्रमण तोड़े जाने की कार्यवाही को रोकने के लिए जेसीबी की तरफ बढ़े।

तभी वहां मौजूद वन‌ विभाग की भारी फोर्स ने उन्हें रोकने का प्रयास किया और पीछे धकेलने लगे। तभी अपना संबोधन छोड़ पूर्व विधायक राजेश शुक्ला दर्जनों ग्रामीणों व व्यापारियों के साथ वहां पहुंच कर अतिक्रमण हटाए जाने का विरोध करने लगे। लेकिन बाद में रेंजर रूपनारायण गौतम व दूसरे अधिकारियों के यह समझाने पर कि वन विभाग की ओर से जिन अतिक्रमणकारियों को नोटिस देने के बावजूद कंजरवेटर के आफिस में अपील दायर नहीं की है केवल उन्हीं तीन लोगों के निर्माणाधीन व खाली पड़े प्लाटों से अतिक्रमण हटाया जा रहा है और बांकी शेष बचे लोगों का फैसला कोर्ट पर निर्भर है। पूर्व विधायक शुक्ला, कार्यकर्ता व ग्रामीण शांत हो गए। जिसके बाद वन विभाग ने नगला हाईवे किनारे धन सिंह, विजय गुप्ता व चंदन सिंह के खाली प्लाटों की बाउंड्री व निर्माणाधीन मकान के पिलरों को ध्वस्त कर अतिक्रमण खाली कर दिया है।

इस दौरान महेंद्र बाल्मीकि, रामू बिष्ट, पप्पी बिष्ट, सुनील रोहिल्ला, दनुज यादव, लक्ष्मण थापा, सचिन शर्मा, अनिल रावत, शेर सिंह, विदेशी प्रसाद, घनश्याम यादव, संजय यादव, भगवान सिंह रावत, शिव शंकर यादव, अनिल रावत, मथुरा दत्त पांडे, देवेंद्र कुमार, संजय, हीरा सिंह, सुनील कुमार, माता दिन, मोहित, गोविंद, पुष्पा लोहनी, पीतांबर, निर्मला रावत, मानव देवी, कालिका देवी, गेंदा देवी, रेखा, आरती, अंजू, हेमा, विमला, कुसुम, शशि, मुकेश, हीरा देवी, पुष्कर, देवकी देवी, भगवान दास, मंजू नेगी समित सैकड़ो व्यापारी व ग्रामीण मौजूद रहे।