उत्तराखण्ड

शांतिपुरी में कुछ माह पहले बनी सड़क खोदी, ग्रामीणों का विरोध

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हर घर जल योजना के तहत शांतिपुरी में बिछाई जा रही पाइप लाइनों का ग्रामीण विरोध कर रहे हैं। विभाग और पाइपलाइन बिछाने वाले ठेकेदार के गैरजिम्मेदाराना तरीके से कुछ माह पूर्व बनी सड़क भी खोद दी गई। जिसकी वजह से ग्रामीणों को न सिर्फ दिक्कतें हो रही है, सरकार के राजस्व को भी नुकसान हुआ है। ग्रामीणों ने बताया कि पूरे गांव में पहले से ही पाइपलाइन मौजूद है, जिनकी लीकेज विभाग सही से बंद नही कर पाता है। वहीं इन दिनों हर घर जल हर घर नल योजना के तहत सड़कें खोदकर लाईन बिछाई जा रही है। ग्रामीणों का कहना है कि जिस गांव में घर-घर में हैंडपंप, बोरिंग और आर्टिजन की व्यवस्था है उस गांव में चार-चार पानी की लाइनों की क्या आवाश्यकता है। जिन पैसो का इस्तेमाल गांव के अन्य विकास कार्यों में हो सकता था उन पैसो को इन गैरजरूरी कार्यों में बर्बाद किया जा रहा है। वहीं पाइप लाइन बिछाने के लिए नाली बना रहा मशीन ऑपरेटर बिना किसी नापजोख और सुरक्षित जगह की परवाह किए लगातार सड़क खोद रहा हे। स्थानीय ग्रामीण हयात कोरंगा ने जब इसका विरोध किया तो कहा गया कि यह सरकारी योजना है, आप कितना भी विरोध कीजिए पाइप लाइन बिछेगी ही। जिसके बाद ठेकेदार ने कार्य पुनः शुरू करवा दिया। मामले में जल निगम के जेई चंचल ने बताया कि यह पाइपलाईन जल संस्थान की ओर से बिछाई जा रही है। जल संस्थान के जेई मो. आसिम को फोन करने पर उन्होंने फोन रिसीव करने की जहमत नहीं उठाई।

नारायण कोरंगा, समाजसेवी शांतिपुरी

नई पाइनलाईन की गांव में कोई आवश्यकता नही थी। यह सरकार की ओर से की जा रही जनता के पैसों की बरबादी है।

हयात कोरंगा, स्थानीय निवासी और व्यापारी

शांतिपुरी में चार पाइपलाईनों का कोई औचित्य नहीं बनता है। सरकार इन पैसों से गांव के अन्य विकास कार्य करवा सकती थी।

प्रदीप रावत, स्थानीय निवासी शांतिपुरी

सरकार की ओर से पैसों का दुरूपयोग हो रहा है। गांव में पानी की कोई कमी नहीं, नाली की जरूरत है मगर पैसा गलत जगह इस्तेमाल किया जा रहा है।