उत्तराखण्ड

भगवान श्रीकृष्ण जन्म कथा सुनकर भाव विभोर हो उठे श्रद्धालु

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भगवान श्रीकृष्ण की जन्म कथा का प्रसंग सुनकर श्रद्धालु भाव विभोर हो उठे। कथा व्यास हंसा भाई मिश्रा बृजवासी ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने अपने भक्तों का उद्धार व पृथ्वी को दैत्य शक्तियों से मुक्त कराने के लिए अवतार लिया था। उन्होंने कहा कि जब-जब पृथ्वी पर धर्म की हानि होती है, तब-तब भगवान धरती पर अवतरित होते हैं।

शांतिनगर पर चल रही श्रीमद्भागवत कथा के चौथे दिन भगवान श्रीकृष्ण के जन्म का प्रसंग व उनके जन्म लेने के गूढ़ रहस्यों को कथा व्यास ने बेहद संजीदगी के साथ सुनाया। कथा प्रसंग सुनाते हुए कथा व्यास ने बताया कि जब अत्याचारी कंस के पापों से धरती डोलने लगी, तो भगवान कृष्ण को अवतरित होना पड़ा। सात संतानों के बाद जब देवकी गर्भवती हुई, तो उसे अपनी इस संतान की मृत्यु का भय सता रहा था। भगवान की लीला वे स्वयं ही समझ सकते हैं। भगवान कृष्ण के जन्म लेते ही जेल के सभी बंधन टूट गए और भगवान श्रीकृष्ण गोकुल पहुंच गए।

कथा का संगीतमयी वर्णन सुन श्रद्धालुगण झूमने लगे। इस दौरान नवीन पांडे, गिरीश पांडे, मनोज पाठक, तारा पांडे, पवन जोशी, नदी देवी, सोनम जोशी, अंजू कुनियाल, दीपा जोशी, पुजा जोशी, ममता जोशी, स्वाती भट्ट, दिगंबर प्रसाद जोशी, कृष्णानंद जोशी, रमेश जोशी, कमल बचखेती, माधवानंद जोशी, किशन कार्की, सुभाष जोशी, गोबिंद बल्लभ जोशी आदि दर्जनों लोग मौजूद रहे।