उत्तराखण्ड

नगला वासियों ने विधायक तिलकराज बेहड़ और कांग्रेस नेता पनेरू को सुनाई अपनी व्यथा

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तीसरे दिन भी जारी रहा नगलावासियों का धरना

आज भी उजाड़ने की आकांक्षा में नगला-गोलगेट, शांतिपुरी गेट व नगला बाईपास अवैध अतिक्रमण मामले में बीते तीन दिनों से जारी अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन को समर्थन देने पहुंचे क्षेत्रीय विधायक तिलक राज बेहड़ ने कहा कि प्रदेश सरकार नगला के हित में कोर्ट में अपना मजबूत पक्ष नहीं रख रही है। शनिवार प्रात करीब 9 बजे क्षेत्रीय विधायक तिलक राज बेहड़ ने नगला स्थित धरना स्थल पर पहुंचकर प्रदर्शनकारी व्यापारियों व ग्रामीणों को संबोधित किया। उन्होंने भरोसा दिया कि वह दुख की इस घड़ी में उनके साथ खड़े हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार प्रदेश भर में अतिक्रमण के नाम पर लोगों को उजाड़ने का काम कर रही है। जबकि‌ सरकार को अपनी जवाबदेही निभाते हुए नगला वासियों के पक्ष में कोर्ट में अपना मजबूत पक्ष रखना चाहिए था। कहा कि कांग्रेस शासन काल में हमेसा लोगों को बचाने व बसाने के काम हुए हैं। जबकि आज उन लोगों को बेघर कर उन्हें रास्ते ला खड़ा कर दिया है। जिन्हें जल्द से जल्द पुन: बसाया जाना चाहिए। वहीं अनसनकारियों का समर्थन करने पहुंचे पूर्व दर्जा राज्य मंत्री हरीश पनेरू ने हल्द्वानी की गफूर बस्ती उदाहरण देते हुए कहा कि अगर सरकार चाहे तो नगलावासियों का उसी तर्ज पर बचाव कर सकती है। और सरकार को नगला मामले में अध्यादेश लाकर उन्हें बचाने के प्रयास तेजी से करना चाहिए।

इस दौरान धरना प्रदर्शन करने वालों में कर्म सिंह बिष्ट, धन सिंह कोरंगा, कृष्णा, गौरीशंकर पाण्डे, विमला रावत, हरीश जोशी, सोनाली पाण्डे, रामू लोहनी, छोटेलाल, कमलेश कनौजिया। पंकज गुप्ता, राजू यादव, रविन्द्र सिंह, अनिल, रमेश जोशी, सोनाली दूबे, दीपा बिष्ट, कंचन, नीरज, गीता जोशी, राजवती, सविता, नीलम यादव, नर्मदा, हेमा बिष्ट, महेन्द्र बाल्मीकि, किरण शर्मा, विजयलक्षमी, शारदा गुप्ता, कुमकुम, गीता आर्या, गायत्री शुक्ला, रेखा देवी, कैलाश जोशी, सीरत देवी, संतो दूबे, नरमदा, मलेसिया, राम दुलारी, ममता, चंद्रावती आदि मौजूद रहे।

कड़ी धूप में प्रदर्शन के बाद शाम को निकाला जुलूस

शनिवार को दिनभर कड़ी धूप में प्रदर्शन करने के बाद देर शाम को व्यापारियों व ग्रामीणों ने हजारों की संख्या में एकत्रित हो कर शांतिपुरी गेट से गोलगेट, नगला व नगला बाईपास तक जुलूस निकाली। जिसमें प्रदर्शनकारियों ने सीएम धामी वादा निभाओ नगला बचाओ के नारों से समूचे क्षेत्र को गुंजायमान कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने सीना पीट-पीट कर कहा कि उन्हें चाहे न्याय मिले या न मिले वह नगला में जिए हैं और नगला में ही मरेंगे।