उत्तराखण्ड

जिला प्रशासन की लापरवाही से लाखों की फसल नष्ट, किसानों में आक्रोश

खबर शेयर करें -

जवाहरनगर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी चंदोला कॉलोनी में बरसों से हो रहे जलभराव को लेकर किसानों की बाबर-बार शिकायत के बावजूद जिला प्रशासन की घोर लापरवाही के कारण किसानों की लाखों की फसल पूरी तरह से नष्ट हो चुकी है। स्थानीय ग्रामीण बिरेन्द्र बिष्ट, कमला नेगी, मोहन चंद्र कोठारी, लक्षमण सिंह, जीवन चंद्र चंदोला, रतन सिंह, त्रिलोचंद चंदोला, दीवान सिंह कार्की, कमल कोठारी, उमेश चंद हर्बोला, राजेन्द्र सिंह रावत आदि ने जिलाधिकारी को लिखित शिकायत कर आरोप लगाया है कि वह कॉलोनी में बीते 20 वर्षों से जलभराव की समस्या के निदान को लेकर शासन व प्रशासन में शिकायतें कर रहे हैं। बावजूद इसके तहसील प्रशासन व लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने समस्या समाधान के नाम पर मात्र अवैध अतिक्रमणकारियों को तीन दिन का नोटिस जारी करने की औपचारिकता पूरी कर इतिश्री कर दी हैं। जबकि किसानों की मूल समस्या आज भी जस की तस बनी हुई है। आलम यह है कि किसानों के खेतों में लगी कई एकड़ लाखों रुपए मूल्य की गन्ने की फसल सड़-गल कर नष्ट हो चुकी है। मामले को लेकर पहले भी कई बार शिकायतें होती रही है और जिला प्रशासन समय-समय पर मौका मुआयना कर जल निकासी करने की औपचारिकता भी निभाता रहा है। लेकिन अंत में बात हर बार अवैध अतिक्रमण कारियों के दबाव में अधिकारी ढीले पड़ जाते हैं और पीड़ित ग्रामीणों की समस्या वही की वही रह जाती है। नतीजा यह होता है कि किसान हर वर्ष बरसात में अपने खेतों से कोई भी फसल नहीं ले पाते हैं। किसानों की अत्यधिक जलभराव से खेतों में सड़ गल कर फसल नष्ट हो रही है। जिससे किसान में आक्रोश व्याप्त है।

बिशन सिंह मेहरा स्वतंत्रता संग्राम सेनानी आश्रित।

जहां अवैध अतिक्रमणकारियों के दबाव में आकर लोक निर्माण विभाग ने जल निकासी को डलवाए जा रहे सीमेंट के पाइप जलभराव वाली सतह से दो फीट ऊपर डाल दिए वहीं अवैध अतिक्रमण हटाने को दिए गए नोटिस के बावजूद प्रशासन ने पुनः उसका संज्ञान नहीं लिया जिससे किसान आहत हैं और उनकी लाखों की फसलें बर्बाद हो चुकी हैं।   

मनोज चंदोला किसान।

बीते एक माह से तहसील प्रशासन अवैध अतिक्रमण कार्यों के दबाव में जल निकासी के लिए मात्र ड्रामेबाजी कर रहा है। जिसके कारण आज किसानों की लाखों की फसल पूरी तरह से तबाह हो गई। जिसका खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है। जबकि इसका वास्तविक दोषी तहसील प्रशासन है।                               

एई प्रकाश लाल लो.नि.वि रूद्रपुर।

जल निकासी के स्थायी समाधान के लिए अवैध अतिक्रमणकारियों को नोटिस दिए गये हैं। विभागीय कार्यों की व्यस्तता के कारण कार्यवाही में कुछ बिलंभ हो गया है। शीघ्र ही तीन से चार दिन में अतिक्रमण हटा कर जल निकासी को नाली खुदवा दी जायेगी।