उत्तराखण्ड

कृषिमंत्री से पंतनगर विवि को केंद्रीय दर्जा दिलाने की मांग

खबर शेयर करें -

रूद्रपुर में विभिन्न कार्यक्रमों में शिरकत करने पंतनगर एयरपोर्ट पहुंचे कृषि मंत्री गणेश जोशी को युवा समाजसेवी पवन दुबे ने ज्ञापन सौंपकर जीबी पंत कृषि विश्वविद्यालय को केंद्रीय दर्जा दिलाने की मांग की है। कृषिमंत्री ने इस विषय पर गंभीरतापूर्वक विचार करने का आश्वासन दिया है। पवन ने कहा कि प्रदेश में विश्व ख्याति प्राप्त एशिया का पहला कृषि विवि जिले के पंतनगर में स्थित है। जो वर्तमान में गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के नाम से विख्यात है। देश में हरित क्रांति की जन्मस्थली होने का गौरव इसी संस्थान के माध्यम से प्राप्त हुआ है। जब देश में भुखमरी के हालात उत्पन्न हुए, तो इसी विवि ने देश को अनाज की अधिक उपज वाली प्रजातियां विकसित करने में अग्रणी भूमिका निभाई थी। जय जवान-जय किसान का नारा देने वाले देश के पहले प्रधानमंत्री स्व. लाल बहादुर शास्त्री भी इस विवि की कार्यशैली से प्रभावित रह चुके हैं। आज यह विवि खराब प्रशासन और जिम्मेदारों की लापरवाही या अनियमितताओं के चलते इस स्थिति में आ चुका है कि अपने देश में भी प्रथम स्थान नहीं हासिल कर पाता है। पूर्व में शासन ने केंद्रीय कृषि मंत्रालय से वार्ता कर इस विवि को केंद्रीय विवि बनाए जाने के लिए विवि प्रशासन से आस्तियों व दायित्वों का विवरण 16 अगस्त 2021 तक मांगा था। दुर्भाग्य है कि यह जानकारी विवि प्रशासन ने शासन को अभी तक नहीं उपलब्ध कराई है। जबकि इस संस्थान को केंद्रीय घोषित करवाने से प्रदेश सरकार यहां खर्च होने वाले बजट से अन्य विश्वविद्यालयों की स्थिति सुधार सकती है। साथ ही इस विवि के पुनः अपना गौरव हासिल करने से प्रदेश व यहां कार्यरत लोगों का भविष्य बेहतर हो सकता है। अतः आपसे आग्रह है कि पंतनगर विवि को केंद्रीय विवि घोषित किए जाने के लिए अविलंब कार्यवाही शुरू करने के लिए संबंधित को दिशा निर्देश देने की कृपा करें।