उत्तराखण्डधर्म/संस्कृति

शांतिपुरी क्षेत्र में डोलना विसर्जन के साथ नंदाअष्टमी मेला संपन्न

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शांतिपुरी क्षेत्र में कुमाऊंनी धार्मिक देव संस्कृति का प्रतीक दो दिवसीय नंदाष्टमी मेला को विशाल भण्डारा एवं डोला विसर्जन के साथ विधिवत संपन्न हो गया है। शांतिपुरी क्षेत्र के शांतिपुरी नंबर दो ढ़ांकानी, शांतिपुरी नंबर चार चंद्रपुरी, शांतिपुरी सत्संग आश्रम, शांतिपुरी नंबर पांच सुर्यनगर व शीशमभुजिया में बुधवार को नंदाअष्टमी मेला जारी था। जहां मेला कमेटियों ने मंदिरों की शानदार साज-सज्जा एवं रंग-रोगन के साथ वहां पारंपरिक झोड़ा, चांचरी, भगनौल आदि गायन की प्रतिष्पर्धाएं आयोजित की तो वहीं माता के हजारों भक्तों ने अपने-अपने प्रण एवं श्रद्धाभाव के साथ माता को चढ़ावे भेंट कर घर परिवार एवं प्रदेश की खुशहाली के लिए प्रार्थनाएं की।

इस दौरान मेलार्थी महिलाओं एवं पुरूषों ने दर्शकों झोड़ा, चांचरी का लुप्त उठाया वहीं बच्चों ने मेले में लगी दुकानों से जमकर अपने-अपने पसंद की चीजें खरीदीं। बुधवार को शांतिपुरी नंबर दो ढ़ांकानी में आयोजित नंदाअष्टमी मेले में प्रात: काल पुजारी पूर्व प्रधान नारायण सिंह कोरंगा, पुजारी गोविंद सिंह रौतेला, पुजारी उदय सिंह कोरंगा, पुजारी भवान सिंह मेहर,

पुजारी कुंवर सिंह मेहर, पंडित ललित मोहन जोशी, पंडित बसंत तिवारी, पंडित नन्दाबल्लभ जोशी, पंडित लक्ष्मी दत्त तिवारी, पंडित प्रकाश चंद तिवारी व मंदिर कमेटी अध्यक्ष के नेतृत्व में देव आहवान, देवी पूजन, हवन यज्ञ एवं बौर नृत्य तथा कन्या पूजन के साथ मां नंदा के डोले का ढोल दमाऊ, भूकर, झांजर एवं घंटे, घड़ियाल पौराणिक वाध्य यंत्रों की मधुर ध्वनि के साथ विसर्जन किया।

इस दौरान विनोद कोरंगा, बी एस कोरंगा, कल्याण सिंह मटियानी, नेत्र सिंह टाकुली, नारायण सिंह कोरंगा, प्रकाश कोरंगा, बिरेंद्र सिंह कोरंगा, केदार सिंह कोरंगा, श्याम सिंह कोरंगा, भुपेंद्र सिंह कोरंगा, तारा दानू, चन्दन सिंह मेहता, भवान सिंह कोरंगा, प्रदीप कोरंगा, प्रेम सिंह कोरंगा, धाम सिंह कोरंगा, खुशाल सिंह कोरंगा, राम सिंह कोरंगा, नैन सिंह कोरंगा, लक्ष्मण सिंह कोरंगा, महेंद्र सिंह कोरंगा, आकाश मेहता, दीपक मेहता, कुशल सिंह मेहता

हर सिंह मेहता, दीपक देव, पूर्व प्रधान लक्ष्मी कोरंगा, मालती देवी, धनूली देवी, चम्पा देवी, शांति देवी, कस्तूरा देवी, मोहनी देवी, भागीरथी देवी, दुर्गा देवी, हेमा कोरंगा, विमला मेहरा, चम्पा कोरंगा, नीलाम कोरंगा, गीता कोरंगा, इन्द्रा कोरंगा, गोविंद देवी मोहनी देवी, नन्दी देवी आदि मौजूद रहे।