14 घंटे की मशक्कत के बाद पकड़ में आया मगरमच्छ
जवाहरनगर के कृष्ण विहार कॉलोनी में शनिवार सुबह निकले करीब 5 फ़ीट लंबे मगरमच्छ को रात करीब 10:30 बजे कड़ी मशक्कत के बाद रेस्क्यू कर लिया गया। सुबह आठ बजे से शुरू हुआ रेस्क्यू अभियान 14 घंटे से ज्यादा समय तक चला। मगरमच्छ के पकड़े जाने के बाद कॉलोनी के लोगों ने राहत की सांस ली है। वन विभाग के कर्मचारियों ने मगरमच्छ को धौरा डेम जलाशय में छोड़ दिया है। बता दें कि मगरमच्छ को पकड़ने के लिए वन विभाग की करीब 12 सदस्यीय टीम लगी हुई थी। इस रेस्क्यू अभियान में वन दरोगा हेम चंद्र जोशी, शंकर दत्त पनेरू, संदीप सूंठा, जिलापंचायत सदस्य दीपा प्रेम आर्या, दीप आर्या, बीट इंचार्ज नीरज रावत, रिंकू टम्टा, वनकर्मी भुपाल सिंह दानू, सोनू कार्की के अलावा स्थानीय ग्रामीण रमेश बिष्ट, कुंदन अधिकारी, कपिल धोनी, दीपक भट्ट, सुरेश मेहता, मोहन पांडे, इंद्राशन सिंह, प्रेम आर्या, बीडीसी पंकज कोरंगा, प्रिंस कुंवर आदि लोग मौजूद रहे।
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सामाजिक कार्यकर्ता पाण्डे की सक्रियता से बार-बार टल रही दुर्घटनाएं
जवाहरनगर निवासी सामाजिक कार्यकर्ता मोहन चंद्र पाण्डे गांव में मगरमच्छों की दस्तक होने की भनक लगते ही तुरंत वन विभाग को सूचित कर स्वयं बीच-बचाव के लिए दौड़ पड़ते हैं। जिससे अभी तक करीब आधा दर्जन लोगों के साथ बड़े हादसे होते होते टल गए हैं। पांडे ने बताया कि क्षेत्र में मगरमच्छों का आतंक लंबे समय से जारी है उन्होंने कहा कि स्थानीय पहा नहर में बड़ी संख्या में मगरमच्छ हैं। जहां से वह कई बार बस्ती की ओर रुख करते हैं और ग्रामीणों को इससे भारी खतरा बना हुआ है। उन्होंने बताया कि अभी तक उन्होंने कई ग्रामीणों का पीछा किया है और कईयों को जख्मी भी किया है। बावजूद इसके वन विभाग कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है।